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आर्य प्रशिक्षण सत्र 18-19 अगस्त, 2012.

15 अगस्त

आर्य प्रशिक्षण सत्र 18-19 अगस्त, 2012.
1. गुरुकुल चितोडाझाल, मुजफरनगर, उत्तर प्रदेश। आर्य नरेन्द्र-9719940999
2. सपना इंटर नेशनल पब्लिक स्कूल, मोदीनगर, गाजिअबाद, उ. प्र.-9927623977-आर्य मलखान
3. आर्य समाज, सूरजकुंड, मेरठ, उ. प्र. -9897637617-आर्य दिनेश
4. ग्राम करेह्डा, निकट नगीना मेवात, आर। अशोक सैनी-9812290532
5. आर्य समाज, शिवाजी कालोनी, रोहतक, हरयाणा। आर्य वेदप्रकाश-9416147217

jai arya

आर्य प्रशिक्षण सत्र 11-12 अगस्त, 2012

9 अगस्त

1. ग्राम घोघडिया  जींद हरयाणा

2. ग्राम बिठमड़ा हिसार हरयाणा

3. गुरुकुल तटेशर, दिल्ली।

4. आर्य समाज, पटेल नगर, से. 15, पार्ट-2, गुडगाँव हरयाणा।

 

आर्य क्रांति  लिए, आर्य एकता के लिए आर्य प्रशिक्षन सत्र में भाग लें.

समपरक 9541305138

जय आर्य जय

आर्यावर्त्त

Arya Prashikshan satra _ikkas, Jind

18 जून

http://www.jagran.com/haryana/jind-9378417.html

 

होम»राज्य»हरियाणा»जींद

EnglishHindi

वैदिक शिक्षा न होने से संसार दुखी : आचार्य अशोकपाल

Updated on: Sun, 17 Jun 2012 08:25 PM (IST)

जागरण संवाद केंद्र, जींद :

आचार्य अशोकपाल ने कहा कि वैदिक शिक्षा के अभाव में सारा संसार दुखी है। ये शिक्षा न केवल मनुष्य मात्र बल्कि प्राणी मात्र का कल्याण करने वाली है। आचार्य अशोकपाल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ईक्कस में दो दिवसीय आर्य सत्र कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैदिक सिद्धातों को अपना कर ही हमने सारे संसार पर लाखों वर्ष तक राज किया।

वैदिक शिक्षा व सिद्धात के अभाव में हजारों गुरु बहका कर भोली भाली जनता को ठग रहे है। गुलामी काल में जो सिद्धात तथाकथित गुरुओं के द्वारा दिए गए, जिसने लोगों को और भी दिशाहीन तथा बुद्धिहीन बना दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को झूठे संतोष का पाठ पढ़ाकर अर्थहीन कर दिया गया। जबकि धर्म ही सुख का मूल है। वेदों में पुरुषार्थ का बड़ा महत्व दिखाया गया है, आलसी का नहीं। इस अवसर पर भारी संख्या में नवयुवकों को यज्ञोपवित देकर राष्ट्ररक्षा का संकल्प करवाया गया।

आर्य प्रशिक्षण सत्र, JIND 16-17 Jun, 2012

11 जून

आर्य सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए! आर्य सिद्धांतों को प्रस्थापित करने के लिए ग्राम-ग्राम, नगर-नगर, गली-गली आर्य प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा द्वारा किया जा रहा है. आप आर्य विद्या के प्रचार प्रसार में भूमिका निभाना चाहते हैं तो आर्य प्रशिक्षण सत्र का अंग अवश्य बने. -राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा 

‎16-17 Jun, 2012 1. Varishtha madhyamik vidyalya, IKKAS, JIND, HARYANA. Sampark- Arya Dilbag-9996246137; Arya Mukesh-08053228443.  

कड़ी

Arya prashikshan Satra 16-17 Jun 2012

10 जून

Arya prashikshan Satra 16-17 Jun 2012

 
“आर्य निर्माण-राष्ट्र निर्माण” ऋषि कहते हैं-वेदादि शास्त्र विद्या के बिना ईश्वर और धर्मं को न जानके अधर्म से कभी नही बच सकते हैं। ऋषि विद्या की अप्रवृति के कारण महाभारत का युद्ध एवं मत-मतान्तरों की उत्पति को बतलाते हुए कहते हैं- यह बात सिद्ध है की पांच सहस्र वर्षों के प…ूर्व वेद मत से भिन्न दूसरा कोई मत न था, क्योंकि वेदोक्त सब बातें विद्या से अविरुद्ध हैं। वेदों की अप्रवृति होने का कारण महाभारत युद्ध हुआ। इनकी अप्रवृति से अविद्यान्धकार के भूगोल में विस्तृत होने से मनुष्यों की बुद्धि भ्रम युक्त होकर, जिसके मन में जैसा आया वैसा मत चलाया। ऋषि दयानंद आर्यावर्त्त के पतन के कारण को लिखते हैं- जब बड़े-बड़े विद्वान, राजा, महाराजा, ऋषि, महर्षि लोग महाभारत युद्ध में बहुत से मारे गये और बहुत से मर गये, तब विद्या और वेदोक्त धर्मं का प्रचार नष्ट हो चला। ईर्ष्या, द्वेष, अभिमान आपस में करने लगे। जो बलवान हुआ, वह देश को दाब कर राजा बन बैठा। वैसे ही सर्वत्र आर्यावर्त्त देश में खंड-खंड राज्य हो गया। इसी से आर्यों के वंशज वेदोक्त मत से विमुख हो हजारों वर्षों तक म्लेच्छों की गुलामी का महादुख झेलते रहे हैं, यह महापतन यहाँ तक है कि आर्य संताने अपने राष्ट्र क्ले नाम आर्यावर्त्त को ही भूल गये हैं, उसके पुनरुद्धार और प्रतिस्थापना की कौन कहे? आओ हम चलें! बढ़ें! अपने राष्ट्र “आर्यावर्त्त” की पुनर्स्थापना की और- इसका प्रमुख उपाय है वेद मत, आर्य विद्या अर्थात आर्यों के वैदिक सिद्धांतों को जानना-जनवाना, मानना-मनवाना, धारण करना और करवाना।   राष्ट्रभक्तो! आर्यावर्त्त के निर्माण हेतु राष्ट्रीय आर्यनिर्मात्री सभा के द्वारा अनवरत संचालित “आर्य प्रशिक्षण सत्रों में वैदिक अर्थात आर्य सिद्धांतों को जानना और हृदयंगम करना ही सर्वोत्तम उपाय है। -जय आर्यावर्त्त!
 
 
 

Arya prashikshan satra Samachar

6 जून

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/haryana/4_6_9081311.html

 

वेद संसार का प्राचीनतम ग्रंथ : आचार्य धर्मपाल

 
Mar 31, 07:20 pm
 
 

जींद, जागरण संवाद केंद्र : ब्राह्मण धर्मशाला में दो दिवसीय आर्य प्रशिक्षण सत्र का आयोजन राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा द्वारा किया गया। इसमें 150 सत्रार्थी पहुंचे। कुरुक्षेत्र से आए आचार्य धर्मपाल ने अपने व्याख्यान में कहा कि वेद संसार का प्राचीनतम ग्रंथ है और वेद विद्या ही संसार की प्राचीनतम विद्या है। इसी के मार्ग पर चलकर संसार का उद्धार हो सकता है।

आचार्य ने बताया कि आर्य ईश्वर को सही प्रकार से जानता व मानता है और ठीकठाक विधि द्वारा उसकी उपासना करता है। आचार्य ने बताया कि आर्य सिद्धांतों के द्वारा ही राष्ट्र को उन्नत व भय भ्रष्टाचार से मुक्त किया जा सकता है। आर्य सिद्धांत प्राणी मात्र की रक्षा के लिए हैं। इस अवसर पर राजबीर, सुशील, जसवीर, राजेश, बलवान, विनोद, अभिमन्यु आदि मौजूद थे।Image

कड़ी

http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-1625216-2582274.html

6 जून

http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-1625216-2582274.html

http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-1625216-2582274.html

Arya prashikshan satra 9-10 Jun 2012

5 जून

आर्य क्रांति के लिए आर्य प्रशिक्षण सत्र. आर्य एकता के लिए आर्य प्रशिक्षण सत्र.

आर्य प्रशिक्षण सत्र (९-१० जून, २०१२)

 

1. ऍम. आर. पब्लिक स्कूल, शहरपुर, महेंद्रगढ़. संपर्क-आर्य महेंद्र -०९८१२७८८०५७.

२. आर्य समाज, सागरपुर, दिल्ली. संपर्क- आर्य सत्यकाम-९९९००५३६३०.

३. राजकीय प्राथमिक पाठशाला, टीक, कैथल. संपर्क-आर्य मेहर-९३५५७१९२७१. आर्य नवीन-९४१६१५८८९८.

४. महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, गग्सिना, करनाल. संपर्क- आर्य दिलबाग-९२५४०९२२३०.

५. सनातन धर्मं मंदिर, ग्राम अगोन, निकट फिरोजपुर झिरका, मेवात. संपर्क- आर्य दुलीचंद- ९८१३९२७१३८.

 ६. आई. पी. एस. स्कूल, शिव दुर्गा विहार, लक्कड़पुर, फरिबाद. संपर्क- आर्य कर्मवीर-९३१०१०५३७४.

 

 महिला आर्य प्रशिक्षण सत्र(९-१० जून, 2012)

 १. आर्य समाज, गोबिन्द्पुरी, मोदीनगर, गाजिआबाद, उ. प्र. संपर्क- आर्य मलखान सिंह-९९२७३२३९७७.

 

 महिला आर्य प्रशिक्षण सत्र (१३-१४ जून, २०१२)

१. राजकीय कन्या स्कूल, क्योड़क, कैथल. आर्य जसबीर-८९५०१०७८९८.

आर्य प्रशिक्षण सत्र 2-3 जून 2012

29 मई
“आर्य निर्माण-राष्ट्र निर्माण” ऋषि कहते हैं-वेदादि शास्त्र विद्या के बिना ईश्वर और धर्मं को न जानके अधर्म से कभी नही बच सकते हैं। ऋषि विद्या की अप्रवृति के कारण महाभारत का युद्ध एवं मत-मतान्तरों की उत्पति को बतलाते हुए कहते हैं- यह बात सिद्ध है की पांच सहस्र वर्षों के प…ूर्व वेद मत से भिन्न दूसरा कोई मत न था, क्योंकि वेदोक्त सब बातें विद्या से अविरुद्ध हैं। वेदों की अप्रवृति होने का कारण महाभारत युद्ध हुआ। इनकी अप्रवृति से अविद्यान्धकार के भूगोल में विस्तृत होने से मनुष्यों की बुद्धि भ्रम युक्त होकर, जिसके मन में जैसा आया वैसा मत चलाया। ऋषि दयानंद आर्यावर्त्त के पतन के कारण को लिखते हैं- जब बड़े-बड़े विद्वान, राजा, महाराजा, ऋषि, महर्षि लोग महाभारत युद्ध में बहुत से मारे गये और बहुत से मर गये, तब विद्या और वेदोक्त धर्मं का प्रचार नष्ट हो चला। ईर्ष्या, द्वेष, अभिमान आपस में करने लगे। जो बलवान हुआ, वह देश को दाब कर राजा बन बैठा। वैसे ही सर्वत्र आर्यावर्त्त देश में खंड-खंड राज्य हो गया। इसी से आर्यों के वंशज वेदोक्त मत से विमुख हो हजारों वर्षों तक म्लेच्छों की गुलामी का महादुख झेलते रहे हैं, यह महापतन यहाँ तक है कि आर्य संताने अपने राष्ट्र क्ले नाम आर्यावर्त्त को ही भूल गये हैं, उसके पुनरुद्धार और प्रतिस्थापना की कौन कहे? आओ हम चलें! बढ़ें! अपने राष्ट्र “आर्यावर्त्त” की पुनर्स्थापना की और- इसका प्रमुख उपाय है वेद मत, आर्य विद्या अर्थात आर्यों के वैदिक सिद्धांतों को जानना-जनवाना, मानना-मनवाना, धारण करना और करवाना।   राष्ट्रभक्तो! आर्यावर्त्त के निर्माण हेतु राष्ट्रीय आर्यनिर्मात्री सभा के द्वारा अनवरत संचालित “आर्य प्रशिक्षण सत्रों में वैदिक अर्थात आर्य सिद्धांतों को जानना और हृदयंगम करना ही सर्वोत्तम उपाय है। -जय आर्यावर्त्त!
 
 
आर्य प्रशिक्षण सत्र 2-3 जून, 2012
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 1. बिहार
आर्य समाज, नरकटीगंज. संपर्क -श्री पुजारी प्रसाद आर्य-9931090061; सुमन आर्या-9473329765. …
 2. छत्तीसगढ़
 आर्य समाज, गोडपारा, जनपद बिलासपुर. संपर्क; आचार्य अन्शुदेव-08827750478.
 3. जम्मू और कश्मीर
 आर्य समाज, गांधीनगर, जम्मू. संपर्क: आचार्य सत्यप्रिय-09868906739
4. हरियाणा
 अ. लाडवा, कुरुक्षेत्र, संपर्क- आर्य सरदारालाल- 9467410760
 आ- व्यापार मंडल धर्मशाला, मंडी आदमपुर, हिसार, हरियाणा
5. दिल्ली(आर्या प्रशिक्षण सत्र)
 आर्य समाज, दयानंद विहार, पुराणी दिल्ली, निकट कड़ कड़ डूमा मेट्रो स्टेशन, संपर्क आर्य इश नारंग-09911160975.
 
 उत्तर प्रदेश (4-5 जून,2012) आर्य अत्तर सिंह का घर, वुन्द्रा खुर्द, बाक्सा के पास। बिजनोर- संपर्क-09756282856
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arya prashikshan satra

9 मई

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